क्यूँ ज़िन्दगी कभी तू इतनी मुश्किल होती है
हसाती है कभी इतना कभी क्यूँ इतनी उदास होती है
वजह हो रोने की तो दिल को समझा भी लूँ
पर बिन वजह आय आंसुओं का खुद को क्या जवाब दूँ
इंतज़ार है किसी का दिल को या कुछ खुद से हुई गलतिया है
न जाने क्या बेचेनी है दिल में कभी समज नहीं पाती
लोगो में हसना और अकेले में रोना सीख लिया है
पर वजह हसने रोने की कभी समज नहीं आती
हसाती है कभी इतना कभी क्यूँ इतनी उदास होती है
वजह हो रोने की तो दिल को समझा भी लूँ
पर बिन वजह आय आंसुओं का खुद को क्या जवाब दूँ
इंतज़ार है किसी का दिल को या कुछ खुद से हुई गलतिया है
न जाने क्या बेचेनी है दिल में कभी समज नहीं पाती
लोगो में हसना और अकेले में रोना सीख लिया है
पर वजह हसने रोने की कभी समज नहीं आती
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