मेरी हर मुस्कराहट को मुस्कराहट मत समझना
हस्ती हूँ कभी मै ग़म को छुपाने के लिए
कोई उदास देखकर मुझको कहीं उदास न हो जाए
छुपाती हूँ खुद को कभी आंसूं छुपाने के लिए
हस्ती हूँ कभी मै ग़म को छुपाने के लिए
कोई उदास देखकर मुझको कहीं उदास न हो जाए
छुपाती हूँ खुद को कभी आंसूं छुपाने के लिए
kuch toh baat hai kudiye ..........
ReplyDeleteyaa.. true
ReplyDeleteNice one, But seems incomplete. Complete this one madam! Just a suggestion by a Fan of yours!
ReplyDeletesure...nd thnks for suggestion
DeleteGuud one..
ReplyDeleteThnks Ashish
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