सोई रहूँ काश मैं कुछ ख़ाब बहुत सुहाने है
न जगाना मुझे इस नींद से कुछ ख़ाब बहुत पुराने है
मुज सपनो में जीने वाली से कहाँ हकीक़त में जीया जाएगा
ये हकीक़त मुझे डराती है कहाँ ज़हर ये पीया जाएगा
न जगाना मुझे इस नींद से कुछ ख़ाब बहुत पुराने है
मुज सपनो में जीने वाली से कहाँ हकीक़त में जीया जाएगा
ये हकीक़त मुझे डराती है कहाँ ज़हर ये पीया जाएगा
great... hv no words.. heart touching
ReplyDeleteise kumbhkaran ka defination bhi kehte hain
ReplyDeleteawsum....hats off
ReplyDeleteThnks ashish :)
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